Lo Aa Gayi Unki Yaad Woh Nahi Aaye



Lo Aa Gayi Unki Yaad Woh Nahi Aaye :

लो आ गयी उनकी याद, वो नहीं आये 

दिल में गये हैं, ग़म के सिंगार कर के 
आँखें भी थक गयी हैं, अब इंतज़ार कर के 
इक आस रह गयी है, वो भी न टूट जाये 
लो आ गयी उनकी याद ... 

रूठी हैं आज हम से, तनहाइयाँ हमारी 
वो भी न पाये शायद, परछाइयाँ हमारी 
बढ़ते ही जा रही हैं, मायूसियों के साये 
लो आ गयी उनकी याद ... 

लौ थरथरा रही है, अब शम्म\-ए\-मुहब्बत की 
उजड़ी हुई मुहब्बत, महमाँ है दो घड़ी की 
मर कर ही अब मिलेंगे, जी कर तो मिल न पाये 
लो आ गयी उनकी याद ...


गाना / Title: लो आ गयी उनकी याद, वो नहीं आये
                   Lo Aa Gayi Unki Yaad Woh Nahi Aaye
चित्रपट / Film: Do Badan
संगीतकार / Music Director: Ravi
गीतकार / Lyricist: Shakeel
गायक / Singer(s): लता मंगेशकर-(Lata Mangeshkar)

Ye Dil Tum Bin Kahin Lagta Nahin



ये दिल तुम बिन कहीं लगता नहीं, हम क्या करें :
(Ye Dil Tum Bin Kahin Lagta Nahin)


लता: 
ये दिल तुम बिन, कहीं लगता नहीं, हम क्या करें 
ये दिल तुम बिन, कहीं लगता नहीं, हम क्या करें 
तसव्वुर में कोई बसता नहीं, हम क्या करें 
तुम्ही कह दो, अब ऐ जानेवफ़ा, हम क्या करें 

रफ़ी: 
लुटे दिल में दिया जलता नहीं, हम क्या करें 
तुम्ही कह दो, अब ऐ जाने\-अदा, हम क्या करें 

लता: ये दिल तुम बिन, कहीं लगता नहीं, हम क्या करें 

किसी के दिल में बस के दिल को, तड़पाना नहीं अच्छा \- २ 
निगाहों को छलकते देख के छुप जाना नहीं अच्छा, 
उम्मीदों के खिले गुलशन को, झुलसाना नहीं अच्छा 
हमें तुम बिन, कोई जंचता नहीं, हम क्या करें, 
तुम्ही कह दो, अब ऐ जानेवफ़ा, हम क्या करें 

रफ़ी: लुटे दिल में दिया जलता नहीं, हम क्या करें 

मुहब्बत कर तो लें लेकिन, मुहब्बत रास आये भी \- २ 
दिलों को बोझ लगते हैं, कभी ज़ुल्फ़ों के साये भी 
हज़ारों ग़म हैं इस दुनिया में, अपने भी पराये भी 
मुहब्बत ही का ग़म तन्हा नहीं, हम क्या करें 
तुम्ही कह दो, अब ऐ जाने\-अदा, हम क्या करें 

 लता: 
ये दिल तुम बिन, कहीं लगता नहीं, हम क्या करें 
 बुझा दो आग दिल की, या इसे खुल कर हवा दे दो \- २ 

रफ़ी: जो इसका मोल दे पाये, उसे अपनी वफ़ा दे दो 

लता: 
तुम्हारे दिल में क्या है बस, हमें इतना पता दे दो, 
के अब तन्हा सफ़र कटता नहीं, हम क्या करें 

रफ़ी: लुटे दिल में दिया जलता नहीं, हम क्या करें 
लता: ये दिल तुम बिन, कहीं लगता नहीं, हम क्या करें


गाना / Title: ये दिल तुम बिन कहीं लगता नहीं, हम क्या करें -  Ye Dil Tum Bin Kahin Lagta Nahin
चित्रपट / Film: Izzat - इज़्ज़त (1968)
संगीतकार / Music Director: लक्ष्मीकांत - प्यारेलाल- (Laxmikant-Pyarelal)
गीतकार / Lyricist: साहिर- (Sahir)
गायक / Singer(s): लता मंगेशकर-(Lata Mangeshkar) , रफ़ी - Rafi

Jaane Kyu Log Mohabbat Kiya Karte Hain



जाने क्यों लोग मुहब्बत किया करते हैं :
(Jaane Kyu Log Mohabbat Kiya Karte Hain)

इस ज़माने में इस मोहब्बत ने
कितने दिल तोड़े कितने घर फूँके
जाने क्यों लोग मुहब्बत किया करते हैं

जाने क्यों लोग मुहब्बत किया करते हैं
दिल के बदले दर्द-ए-दिल लिया करते हैं
जाने क्यों लोग मुहब्बत किया करते हैं

तन्हाई मिलती है, महफ़िल नहीं मिलती
राहे मुहब्बत में कभी मंज़िल नहीं मिलती
दिल टूट जाता है, नाकाम होता है
उलफत में लोगों का यही अंजाम होता है
कोई क्या जाने, क्यों ये परवाने,
क्यों मचलते हैं, गम में जलते हैं
आहें भर भर के दीवाने जिया करते हैं
आहें भर भर के दीवाने जिया करते हैं
जाने क्यों लोग मुहब्बत किया करते हैं

सावन में आँखों को, कितना रूलाती है
फुरक़त में जब दिल को किसी की याद आती है
ये ज़िंदगी यूँ ही बर्बाद होती है
हर वक़्त होंठों पे कोई फरियाद होती है
ना दवाओं का नाम चलता है
ना दुआओं से काम चलता है
ज़हर ये फिर भी सभी क्यों पिया करतें हैं
ज़हर ये फिर भी सभी क्यों पिया करतें हैं
जाने क्यों लोग मुहब्बत किया करते हैं

महबूब से हर गम मंसूब होता है
दिन रात उलफत में तमाशा खूब होता है
रातों से भी लंबे ये प्यार के किससे
आशिक़ सुनाते हैं जफ़ा-ए-यार के क़िस्से
बेमुरव्वत है, बेवफा है वो,
उस सीतमगार का अपने दिलबर का,
नाम ले ले के दुहाई दिया करते हैं
नाम ले ले के दुहाई दिया करते हैं
जाने क्यों लोग मुहब्बत किया करते हैं


फिल्म - महबूब की मेहन्दी (Mehboob Ki Mehndi)
संगीत - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल Laxmikant, Pyarelal
गायक - लता मंगेशकर Lata Mangeshkar
Lyricist : Anand Bakshi
Actors/Actresses : Pradeep Kumar, Rajesh Khanna, Leena Chandavarkar
Year : 1971

Shisha Ho Ya Dil Ho : Lata Mangeshkar



Sheesha Ho Ya Dil Ho - शीशा हो या दिल हो :

शीशा हो या दिल हो..
आखिर, टूट जाता है....
लब तक आते आते हाथो से
सागर, छूट जाता है...
शीशा हो या दिल हो
आखिर टूट जाता है

काफी बस अरमान नही
कुछ मिलना आसान नही
दुनिया की मजबूरी है
फिर तकदीर ज़रूरी है
ये जो दुश्मन है ऐसे
दोनो राज़ी हो कैसे
एक को मनाओ तो दूजा, रूठ जाता है...
शीशा हो या दिल हो
आखिर टूट जाता है

बैठे थे किनारे पे,
मौजो के इशारे पे..
हम खेले तूफानो से
इस दिल के अरमानो से
हमको यह मालूम ना था
कोई साथ नही देता..
माझी छोड़ जाता है
साहिल, छूट जाता है...
शीशा हो या दिल हो..
आखिर, टूट जाता है....
शीशा हो या दिल हो

दुनिया एक तमाशा है
आशा और निराशा है
थोड़े फूल है काटे है
जो तकदीर ने बाटे है
अपना अपना हिस्सा है
अपना अपना किस्सा है
कोई लुट जाता है
कोई, लूट जाता है...
शीशा हो या दिल हो
आखिर, टूट जाता है....
लैब तक आते आते हाथो से
सागर, छूट जाता है...
शीशा हो या दिल हो

Film : Aasha आशा ( १९८० - 1980 )
Song : Sheesha Ho Ya Dil Ho
Singer : Lata Mangeshkar
गीतकार : आनंद बक्षी
संगीतकार : लक्ष्मीकान्त प्यारेलाल

Chalo Ek bar phir se



Chalo Ek bar phir se - चलो इक बार फिर से

चलो इक बार फिर से, अजनबी बन जाएं हम दोनो
चलो इक बार फिर से ...

न मैं तुमसे कोई उम्मीद रखूँ दिलनवाज़ी की
न तुम मेरी तरफ़ देखो गलत अंदाज़ नज़रों से
न मेरे दिल की धड़कन लड़खड़ाये मेरी बातों से
न ज़ाहिर हो तुम्हारी कश्म-कश का राज़ नज़रों से
चलो इक बार फिर से ...

तुम्हें भी कोई उलझन रोकती है पेशकदमी से
मुझे भी लोग कहते हैं कि ये जलवे पराए हैं
मेरे हमराह भी रुसवाइयां हैं मेरे माझी की - २
तुम्हारे साथ भी गुज़री हुई रातों के साये हैं
चलो इक बार फिर से ...

तार्रुफ़ रोग हो जाये तो उसको भूलना बेहतर
ताल्लुक बोझ बन जाये तो उसको तोड़ना अच्छा
वो अफ़साना जिसे अंजाम तक लाना ना हो मुमकिन - २
उसे एक खूबसूरत मोड़ देकर छोड़ना अच्छा
चलो इक बार फिर से ...


फिल्म: गुमराह [ 1963],
गायक : महेंद्र कपूर
गीतकार: साहिर लुधयानवी,
संगीत कार : रवि

karun kya aas niraas bhai - (kl saigal, dushman 1939)




करूँ क्या आस निरास भई - karun kya aas niraas bhai

करूँ क्या आस निरास भई - ४
दिया बुझे फिर से जल जाये
रात अंधेरी जाये दिन आये
मिटती आस है ज्योत अंखियन की - २
समझ गई तो गई
करूँ क्य ...

जब ना किसीने राह सुझाई
दिलसे एक आवाज़ ये आई
हिम्मत बांध सम्भल बढ़ आगे, रोक नहीं है कोई,
करूँ क्या आस निरास ...

करना होगा खून को पानी
देनी होगी हर क़ुरबानी
हिम्मत है तो इतना समझ ले, आस बंधेगी नई,
करूं क्य आस निरास ..


फ़िल्म - दुश्मन (१९३९) Dushman
गायक - के एल सहगल Kundan Lal Saigal
संगीतकार - पंकज मलिक Pankaj Malik
गीतकार - आरजू लखनवी Aarzu Lucknavi

Rang aur noor ki baaat - Rafi-sahir ludhianvi- gazal with a trib...



रंग और नूर की बारात - Rang Aur Noor Ki Baaraat (Md.Rafi)


रंग और नूर की बारात किसे पेश करूँ
ये मुरादों की हंसीं रात किसे पेश करूँ

मैने जज़बात निभाए हैं उसूलों की जगह
अपने अरमान पिरो लाया हूँ फूलों की जगह

तेरे सेहरे की, ये सौगात किसे पेश करूँ
ये मुरादों की...

ये मेरे शेर, मेरे आखिरी नज़राने हैं
मैं उन अपनों में हूँ जो आज से बेगाने हैं
बे-त-आलुक्ख सी, मुलाकात किसे पेश करूँ
ये मुरादों की...

सुर्ख जोड़े की तबोताब मुबारक हो तुझे
तेरी आँखों का नया ख़्वाब मुबारक हो तुझे
मैं ये ख़्वाहिश, ये ख़यालात किसे पेश करूँ
ये मुरादों की...

कौन कहता है के चाहत पे सभी का हक़ है
तू जिसे चाहे, तेरा प्यार उसी का हक़ है

मुझसे कह दे, मैं तेरा हाथ किसे पेश करूँ
ये मुरादों की...

Movie/Album: ग़ज़ल (1964)
Music By: मदन मोहन
Lyrics By: साहिर लुधियानवी
Performed By: मो.रफ़ी

Zindagi mein toh sabhi pyar - live (Mehdi Hassan)

Zindagi mein toh sabhi pyar - live (Mehdi Hassan)


ZINDAGI MEIN TO SABHI (Azmat-1973)

ज़िन्दगी में तो सभी प्यार - Zindagi Mein To Sabhi Pyar (Mehdi Hassan)


ज़िन्दगी में तो सभी प्यार किया करते हैं
मैं तो मर कर भी मेरी जान तुझे चाहूँगा

तू मिला है तो एहसास हुआ है मुझको
ये मेरी उम्र मोहब्बत के लिए थोड़ी है
इक ज़रा सा गम-ए-दौरा का भी हक है जिसपर
मैंने वो सांस भी तेरे लिए रख छोड़ी है
तुझपे हो जाऊंगा कुर्बान तुझे चाहूँगा
मैं तो मर...

अपने जज़्बात में नगमात रचाने के लिए
मैंने धड़कन की तरह दिल में बसाया है तुझे
मैं तसव्वुर भी जुदाई का भला कैसे करूं
मैंने किम्सत की लकीरों से चुराया है तुझे
प्यार का बन के निगेहबान तुझे चाहूँगा
मैं तो मर...

तेरी हर चाप से जलते हैं ख़यालों में चिराग़
जब भी तू आये जगाता हुआ जादू आये
तुझको छू लूँ तो फ़िर ए जान-ए-तमन्ना मुझको
देर तक अपने बदन से तेरी ख़ुशबू आये
तू बहारों का है उनवान तुझे चाहूँगा
मैं तो मर...

Movie/Album: अज़्मत (1973)
Music By: नाशाद
Lyrics By: क़तील शिफ़ाई
Performed By: मेहदी हसन

Na Jaane Kyon Hota Hai Yeh Zindagi Ke Saath



Na Jaane Kyon Hota Hai Yeh Zindagi Ke Saath..

न जाने क्यूँ, होता है ये ज़िंदगी के साथ,
अचानक ये मन,
किसी के जाने के बाद, करे फिर उसकी याद,
छोटी छोटी सी बात, न जाने क्यूँ,

वो अंजान पल,
ढल गये कल, आज वो,
रंग बदल बदल, मन को मचल मचल,
रहें, न चल न जाने क्यूँ, वो अंजान पल,
तेरे बिना मेरे नैनों मे,
टूटे रे हाय रे सपनों के महल,
न जाने क्यूँ, होता है ये ज़िंदगी के साथ ...

वही है डगर,
वही है सफ़र, है नहीं,
साथ मेरे मगर, अब मेरा हमसफ़र,
ढूँढे नज़र न जाने क्यूँ, वही है डगर,
कहाँ गईं शामें मदभरी,
वो मेरे, मेरे वो दिन गये किधर,
न जाने क्यूँ, होता है ये ज़िंदगी के साथ ...


गाना / Title: न जाने क्यों, होता है ये ज़िंदगी के साथ - Na Jaane Kyon Hota Hai Yeh Zindagi Ke Saath
चित्रपट / Film: Chhoti Si Baat
संगीतकार / Music Director: Salil Choudhary
गीतकार / Lyricist: Yogesh
गायक / Singer(s): लता मंगेशकर-(Lata Mangeshkar)

Tum Bin Saajan, Barse Nayan - Gaban [1966]




Tum Bin Saajan, Barse Nayan - Gaban [1966]
तुम बिन सजन बरसे नयन ..


ल : तुम बिन सजन बरसे नयन जब-जब बादल बरसे
र : मजबूर हम मजबूर तुम दिल मिलने को तरसे

ल : नागिन सी ये रात अँधेरी बैठी है दिल को घेर के
रूठे जो तुम सब चल दिए मुख फेर के
तुम बिन सजन ...

र : ये दिल तेरे प्यार की ख़ातिर जग से बेगाना हो गया
एक ख़्वाब था सब लुट गया सब खो गया
ल : तुम बिन सजन ...

ल : प्यासे-प्यासे नैन हमारे रो-रो के हारे सजना
आठों पहर बरसे गगन इस अँगना
तुम बिन सजन ...


गीत : शैलेन्द्र 
संगीत : शंकर जयकिशन 
स्वर : मोहम्मद रफ़ी , लता मंगेशकर (Rafi & Lata)
फ़िल्म : गबन Gaban [1966]

Mere Naina Saawan Bhadoo -Kishore Kumar



मेरे नैना सावन भादों

(Kishore version):
मेरे नैना सावन भादों
फिर भी मेरा मन प्यासा - (२)
ऐ दिल दीवाने, खेल है क्या जाने
दर्द भरा ये, गीत कहाँ से
इन होंठों पे आए, दूर कहीं ले जाए
भूल गया क्या, भूल के भी है
मुझको याद ज़रा सा, फिर भी ...
बात पुरानी है, एक कहानी है
अब सोचूँ तुम्हें, याद नहीं है
अब सोचूँ नहीं भूले, वो सावन के झूले
ऋतु आये ऋतु जाये देके
झूठा एक दिलासा, फिर भी...
बरसों बीत गए, हमको मिले बिछड़े
बिजुरी बनकर, गगन पे चमके
बीते समय की रेखा, मैं ने तुम को देखा
मन संग आँख-मिचौली खेले
आशा और निराशा, फिर भी...

(Lata version):
मेरे नैना सावन भादों
फिर भी मेरा मन प्यासा - (२)
बात पुरानी है...
ऐ दिल दीवाने ...
बरसों बीत गए, हमको मिले बिछड़े
बिजुरी बनकर, गगन पे चमके
बीते समय की रेखा, मैंने तुमको देखा
तड़प तड़प के इस बिरहन को
आया चैन ज़रासा, फिर भी ...
घुंघरू की छमछम, बन गई दिल का ग़म
डूब गया दिल, यादों में फिर
उभरी बेरंग लकीरें, देखो ये तसवीरें
सूने महल में नाच रही है
अब तक एक रक्कासा, फिर भी...

  • Movie: Mehbooba
  • Singer(s): Lata Mangeshkar, Kishore Kumar
  • Music Director: R D Burman
  • Lyricist: Anand Bakshi
  • Actors/Actresses: Rajesh Khanna, Hema Malini
  • Year/Decade: 1976, 1970s

Aao Huzoor Tumko - (Kismat)



आओ हुज़ूर तुमको, सितारों में ले चलूँ


[maniacal laughter] hic!
हमसे रौशन हैं चाँद और तारे
हम को दामन समझिये न ग़ैरत का
उठ गये हम गर ज़माने से
नाम मिट जायेगा मुहब्बत का
दिल है नाज़ुक कली से फूलों से
यह न टूटे ख़याल रखियेगा
और अगर आप से यह टूट गया
जान-ए-जां इतना ही समझीयेगा
[ंअले वोइचे:] क्या?
फिर कोई बाँवरी मुहब्बत की
अप्नी ज़ुल्फ़ें नहीं सँवारेगी
आरती फिर किसी कन्हैया की
कोई राधा नहीं उतारेगी, hic!
आओ हुज़ूर तुमको ...
आओ हुज़ूर तुमको, सितारों में ले चलूँ ... hic!
दिल झूम जाए ऐसी, बहारों में ले चलूँ
आओ हुज़ूर आओ ...
(हमराज़ हमख़याल तो हो, हमनज़र बनो
तय होगा ज़िंदगी का सफ़र, हमसफ़र बनो) - २
आ हा हा, ओ ओ, हो हो हो,
आ हा आ हा हा, ओ हो हो ... hic!
चाहत के उजले-उजले नज़ारों में ले चलूँ
दिल झूम जाए ऐसी, बहारों में ले चलूँ
आओ हुज़ूर आओ ...
लिख दो किताब-ए-दिल पे कोई, ऐसी दास्तां
जिसकी मिसाल दे न सके, सातों आसमां
आ हा हा, ओ ओ, हो हो हो,
आ हा आ हा हा, ओ हो हो ... hic!
बाहों में बाहें डाले, हज़ारों में ले चलूँ
दिल झूम जाये ऐसी, बहारों में ले चलूँ
आओ हुज़ूर आओ ...

  • Movie: Kismat (1968)
  • Singer(s): Asha Bhosle
  • Director: Manmohan Desai,
  • Music Director: O P Nayyar
  • Lyricist: Noor Dewasi
  • Actors/Actresses: Babita, Biswajeet, Kamal Mehra, Murad, Helen
  • Year/Decade: 1968, 1960s

Kasme Vaade Pyaar Wafa - Upkar [1967]


कसमे, वादे, प्यार, वफ़ा, सब बातें हैं, बातों का क्या


कसमे वादे प्यार वफ़ा सब, बातें हैं बातों का क्या
कोई किसी का नहीं ये झूठे, नाते हैं नातों का क्या
कसमे वादे प्यार वफ़ा सब, बातें हैं बातों का क्या

होगा मसीहा ...
होगा मसीहा सामने तेरे
फिर भी न तू बच पायेगा
तेरा अपनाऽऽऽ आऽऽऽ
तेर अपना खून ही आखिर
तुझको आग लगायेगा

आसमान में ...
आसमान मे उड़ने वाले मिट्टी में मिल जायेगा
कसमे वादे प्यार वफ़ा सब, बातें हैं बातों का क्या

सुख में तेरे ...
सुख में तेरे साथ चलेंगे
दुख में सब मुख मोड़ेंगे
दुनिया वाले ...
दुनिया वाले तेरे बनकर
तेरा ही दिल तोड़ेंगे

देते हैं ...
देते हैं भगवान को धोखा, इनसां को क्या छोड़ेंगे
कसमे वादे प्यार वफ़ा सब, बातें हैं बातों का क्या


* फ़िल्म - उपकार (१९६७) Upkar [1967]
* गायक/गायिका - मन्ना डे
* संगीतकार - कल्याणजी-आनंदजी
* गीतकार - इन्दीवर

Duniya jab jalti hai hai re bada maza aata hai- DOST



Duniya jab jalti hai hai re bada maza aata hai

( दुनिया जब जलती है
हाय रे बड़ा मज़ा आता है ) -२
आहा दुनिया जब जलती है
हाय रे बड़ा मज़ा आता है
किसी की नज़र बुरी बनकर छुरी
जब दिल पे चलती है
हाय रे बड़ा मज़ा आता है
दुनिया जब जलती है
हाय रे बड़ा मज़ा आता है

ज़िंदगी क्या है एक तमन्ना ही तो है
तमन्ना की सुनो साहिब यही तारीफ़ होती है
ये रह जाये जो दिल में तो बड़ी तक़लीफ़ होती है
तो ज़िंदगी क्या है एक तमन्ना ही तो है
और ये तमन्ना जब तड़प तड़प कर
सीने से निकलती है
हाय रे बड़ा मज़ा आता है
दुनिया जब जलती है
हाय रे बड़ा मज़ा आता है

ज़िंदगी क्या है एक हसीना ही तो है
हसीना सिर्फ़ औरत को नहीं कहते ज़माने में
यहीं एक नाम क्यूँ आख़िर लिखा है हर फ़साने में
तो ज़िंदगी क्या है एक हसीना ही तो है
और ये हसीना जब प्यार की सेज पर
करवटें बदलती है
हाय रे बड़ा मज़ा आता है
दुनिया जब जलती है
हाय रे बड़ा मज़ा आता है

किसी की नज़र बुरी बनकर छुरी
जब दिल पे चलती है
हाय रे बड़ा मज़ा आता है
दुनिया जब जलती है
बड़ा मज़ा बड़ा मज़ा आता है

Movie: Dost
Singer(s): Lata Mangeshkar
Music Director: Laxmikant, Pyarelal
Lyricist: Anand Bakshi
Actors/Actresses: Dharmendra, Shatrughan Sinha, Hema Malini
Year/Decade: 1974, 1970s

मेरे साजन हैं उस पार, मैं मन मार, हूँ इस पार



 

मेरे साजन हैं उस पार, मैं मन मार, हूँ इस पार
Mere Saajan Hain Us Paar


ओ रे माझी ओ रे माझी ओ ओ मेरे माझी
मेरे साजन हैं उस पार, मैं मन मार, हूँ इस पार
ओ मेरे माझी, अबकी बार, ले चल पार, ले चल पार
मेरे साजन हैं उस पार...

हो मन की किताब से तू, मेरा नाम ही मिटा देना
गुन तो न था कोई भी, अवगुन मेरे भुला देना
मुझको तेरी बिदा का...
मुझको तेरी बिदा का मर के भी रहता इंतज़ार
मेरे साजन...

मत खेल जल जाएगी, कहती है आग मेरे मन की
मत खेल...
मत खेल जल जाएगी, कहती है आग मेरे मन की
मैं बंदिनी पिया की चिर संगिनी हूँ साजन की
मेरा खींचती है आँचल...
मेरा खींचती है आँचल मन मीत तेरी हर पुकार
मेरे साजन हैं उस पार

ओ रे माझी ओ रे माझी ओ ओ मेरे माझी
मेरे साजन हैं उस पार...


फिल्म : बंदिनी Bandini (1963),
गीतकार: शैलेन्द्र,
गायक/संगीतकार: एस डी बर्मन

मैं तो दीवाना, दीवाना, दीवाना




मैं तो दीवाना - Main To Deewana (Mukesh)

मुबारक हो सबको समां ये सुहाना
मैं खुश हूँ मेरे आँसुओं पे न जाना
मैं तो दीवाना, दीवाना, दीवाना

हज़ारों तरह के ये होते हैं आँसू
अगर दिल में ग़म हो तो रोते हैं आँसू
खुशी में भी आँखें भिगोते हैं आँसू
इन्हें जान सकता नहीं ये ज़माना
मैं खुश हूँ...

ये शहनाइयाँ दे रही हैं दुहाई
कोई चीज़ अपनी हुई है पराई
किसी से मिलन है, किसी से जुदाई
नए रिश्तों ने तोड़ा नाता पुराना
मैं खुश हूँ...

ये बोले समय की नदी का बहाव
ये बाबुल की गलियाँ, ये माझी की नाव
चली हो तो गोरी, सुनो भूल जाओ
ना फिर याद करना, ना फिर याद आना
मैं खुश हूँ...


Movie/Album: मिलन (1967)
Music By: लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: मुकेश

सावन का महीना पवन करे सोर




सावन का महीना पवन करे सोर - Saawan Ka Mahina Pawan Kare Shor

सावन का महीना, पवन करे सोर
सावन का महीना, पवन करे शोर
पवन करे सोर

पवन करे शोर
अरे बाबा शोर नहीं, सोर, सोर, सोर
पवन करे सोर, हाँ!
जियारा रे झूमे ऐसे, जैसे बनमा नाचे मोर

राम गजब ढाए ये पुरवैया
नैया संभालो कित खोये हो खिवैया
होय पुरवैया के आगे चले ना कोई जोर
जियारा रे झूमे...

मौजवा करे क्या जाने हमको इसारा
जाना कहाँ है पूछे नदिया की धारा
मरजी है तुम्हारी ले जाओ जिस ओर
जियारा रे झूमे...

जिनके बलम बैरी गए हैं बिदेसवा
आये हैं लेके उनके प्यार का संदेसवा
कारी मतवारी घटाएं घनघोर
जियारा रे झूमे...

Movie/Album: मिलन (1967)
Music By: लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
Lyrics By: आनंद बक्षी
Performed By: मुकेश, लता मंगेशकर

चलो इक बार फिर से अजनबी बन जाएं हम दोनों



चलो इक बार फिर से - Chalo Ik Baar Phir Se (Mahendra Kapoor)


चलो इक बार फिर से अजनबी बन जाएं हम दोनों
न मैं तुमसे कोई उम्मीद रखूँ दिलनवाज़ी की
न तुम मेरी तरफ़ देखो गलत अंदाज़ नज़रों से
न मेरे दिल की धड़कन लड़खड़ाये मेरी बातों में
न ज़ाहिर हो तुम्हारी कश्मकश का राज़ नज़रों से
चलो इक बार...

तुम्हें भी कोई उलझन रोकती है पेशकदमी से
मुझे भी लोग कहते हैं कि ये जलवे पराए हैं
मेरे हमराह भी रुसवाइयां हैं मेरे माज़ी की
तुम्हारे साथ भी गुज़री हुई रातों के साये हैं
चलो इक बार...

तार्रुफ़ रोग हो जाये तो उसको भूलना बेहतर
ताल्लुक बोझ बन जाये तो उसको तोड़ना अच्छा
वो अफ़साना जिसे अंजाम तक लाना ना हो मुमकिन
उसे इक खूबसूरत मोड़ देकर छोड़ना अच्छा
चलो इक बार...

Movie/Album: गुमराह (1963)
Music By: रवि
Lyrics By: साहिर लुधियानवी
Performed By: महेंद्र कपूर

अभी ना जाओ छोड़कर, के दिल अभी भरा नहीं



अभी ना जाओ छोड़कर - Abhi Na Jaao Chhodkar (Md.Rafi, Asha Bhosle)

अभी ना जाओ छोड़कर, के दिल अभी भरा नहीं
अभी-अभी तो आई हो, अभी-अभी तो
अभी-अभी तो आई हो, बहार बन के छाई हो
हवा ज़रा महक तो ले, नज़र ज़रा बहक तो ले
ये शाम ढल तो ले ज़रा, ये दिल सम्भल तो ले ज़रा
मैं थोड़ी देर जी तो लूँ, नशे के घूँट पी तो लूँ
अभी तो कुछ कहा नहीं, अभी तो कुछ सुना नहीं
अभी ना जाओ छोड़कर...

सितारे झिलमिला उठे, चराग़ जगमगा उठे
बस अब न मुझको टोकना, न बढ़ के राह रोकना
अगर मैं रुक गई अभी, तो जा न पाऊँगी कभी
यही कहोगे तुम सदा, के दिल अभी नहीं भरा
जो खत्म हो किसी जगह, ये ऐसा सिलसिला नहीं
अभी नहीं, अभी नहीं, नहीं नहीं नहीं नहीं
अभी ना जाओ छोड़कर...

अधूरी आस छोड़ के, अधूरी प्यास छोड़ के
जो रोज़ यूँ ही जाओगी, तो किस तरह निभाओगी
कि ज़िंदगी की राह में, जवाँ दिलों की चाह में
कई मक़ाम आएंगे, जो हमको आज़माएंगे
बुरा न मानो बात का, ये प्यार है गिला नहीं
हाँ, यही कहोगे तुम सदा, के दिल अभी भरा नहीं
हाँ, दिल अभी भरा नहीं, नहीं नहीं नहीं नहीं

Movie/Album: हम दोनों (1961)
Music By: जयदेव
Lyrics By: साहिर लुधियानवी
Performed By: मो.रफ़ी, आशा भोसले

तेरी राहों में खड़े हैं दिल थाम के



Terii Raahon Main khade Hain Dil Thaam Ke

तेरी राहों में खड़े हैं दिल थाम के
हाय हम हैं दीवाने तेरे नाम के
मेरी अँखियों के नूर मेरे दिल के सुरूर
चाहे रहो दूर-दूर तुम्हें पाना है ज़ुरूर
तेरी राहों में ...
बादल बरसे दुनिया जाने
अँखियाँ बरसें कोई न जाने
दिल की लगी को दिल ही जाने
तेरी राहों में ...
किस छलिया पे ये दिल आया
पत्थर से शीशा टकराया
न वो अपना न वो पराया
तेरी राहों में ...
  • Movie: Chhalia
  • Singer(s): Lata Mangeshkar
  • Music Director: Kalyanji, Anandji
  • Lyricist: Qamar Jalalabadi
  • Actors/Actresses: Rahman, Nutan, Raj Kapoor, Shobhna Samarth
  • Year/Decade: 1960, 1960s

जिन्हें हम भूलना चाहें, वो अक्सर याद आते हैं



जिन्हें हम भूलना चाहें वो अक्सर याद आते हैं

जिन्हें हम भूलना चाहें वो अक्सर याद आते हैं,
( बुरा हो इस मोहब्बत का ) \-२
वो क्यूँ कर याद आते हैं
जिन्हें हम भूलना...

भुलायें किस तरह उनको कभी पी थी उन आँखों से, \-२
( छलक जाते हैं जब आँसू ) \-२
वो साग़र याद आते हैं,
जिन्हें हम भूलना...

किसी के सुर्ख़ लब थे या दिए की लौ मचलती थी, \-२
( जहां की थी कभी पूजा ) \-२
वो मंज़र याद आते हैं,
जिन्हें हम भूलना...

रहे ऐ शम्मा तू रोशन दुआ देता है परवाना, \-२
( जिनकी क़िस्मत में जलना है ) \-२
वो जल कर याद आते हैं,
जिन्हें हम भूलना ...


गाना / Title: जिन्हें हम भूलना चाहें वो अक्सर याद आते हैं - jinhe.n ham bhuulanaa chaahen, vo aksar yaad aate hain
चित्रपट / Film : Aabroo
संगीतकार / Music Director : Sonik Omi
गीतकार / Lyricist : G S Rawal
गायक / Singer(s) : मुकेश-(Mukesh)