Man Tarpat Hari Darsan ko Aaj



मन तडपत हरी दर्शन को आज


हरी ॐ, हरी ॐ, हरी ॐ, हरी ॐ......... 
मन तडपत हरी दर्शन को आज - (२)

मोरे तुम बिन बिगड़े सगरे काज 
हो बिनती करत हु रखियो लाज 
मन तडपत हरी दर्शन को आज 

तुमरे द्वार का मै हु जोगी आ आ आ आ......... 
तुमरे द्वार का मै हु जोगी, 
हमारी और नजर कब होगी 
सुनो मोरे व्याकुल मन का बज 
मन तडपत हरी दर्शन को आज - (२) 

बिन गुरु ज्ञान कहा से पाऊ आ आ आ आ......... 
बिन गुरु ज्ञान कहा से पाऊ, 
दीजो दान हरी गुण गाऊ 
सब गुनी जन पे तुमरा राज 
मन तडपत हरी दर्शन को आज - (२) 

मुरली-मनोहर आस ना तोड़ो 
दुःख भंजन मोरा साथ ना छोडो 
मन तडपत हरी दर्शन को आज


गाना: मन तडपत हरी दर्शन को आज
फिल्म: बैजू बावरा
गायक: मोहम्मद रफ़ी
गीत: शकील बदायुनी
संगीत: नौशाद

देखा है जिंदगी को कुछ इतना करीब से (Dekha Hai Zindagi Ko Kuchh Itna Kareeb Se - Kishore Kumar)




देखा है जिंदगी को कुछ इतना करीब से (Dekha Hai Zindagi Ko)


देखा हैं जिन्दगी को कुछ इतना करीब से,
चेहरे तमाम लगने लगे हैं अजीब से,

कहने को दिल की बात जिन्हें ढूँढते थे हम,
महफ़िल में आ गए हैं वो अपने नसीब से,

नीलाम हो रहा था, किसी नाजनी का प्यार,
कीमत नहीं चुकाई गयी एक गरीब से,

तेरी वफ़ा की लाश पे, ला मैं ही डाल दूँ,
रेशम का ये कफ़न जो मिला हैं रकीब से..

गीतकार : साहिर लुधियानवी,
गायक : किशोर कुमार,
संगीतकार : रवी,
चित्रपट : एक महल हो सपनोंका - 1975
Lyricist : Saahir Ludhiyanvi,
Singer : Kishore Kumar,
Music Director : Ravi,
Movie : Ek Mahal Ho Sapnoka - 1975
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