Hothon Se Choo Lo Tum (होठों से छू लो तुम)




Hothon Se Choo Lo Tum (होठों से छू लो तुम)



होठों से छू लो तुम
मेरा गी त अमर कर दो
बन जाओ मीत मेरे
मेरी प्रीत अमर कर दो,
होठों से छू लो तुम

न उम्र की सीमा हो
न जन्म का हो बन्धन,
जब प्यार करे कोई
तो देखे केवन मन,
(नई रीत चला कर तुम
ये रीत अमर कर दो) - २
होठों से छू लो तुम
मेरा गी त अमर कर दो

आकाश का सूनापन
मेरे तन्हा मन में,
पायल छन्काती तुम
आ जाओ जीवन में,
सासें दे कर अपनी
संगीत अमर कर दो,
संगीत अमर कर दो,
मेरा गीत अमर कर दो

जग ने छीना मुझसे
मुझे जो भी लगा प्यारा,
सब जीता किये मुझसे
मैं हरदम ही हारा,
तुम हार के दिल अपना
मेरी जीत अमर कर दो
होठों से छू लो तुम
मेरा गी त अमर कर दो
बन जाओ मीत मेरे
मेरी प्रीत अमर कर दो

Jagjit Singh belongs to an elite class of singers whose work cannot be reviewed, rated or compared to anybody else's work. He is a maestro and has his own league. But if I somehow weight his entire work and was to pick one ghazal of all times, I will choose ’होठों से छू लो तुम’. It is my personal favorite. This ghazal was originally sung for the movie 'Prem Geet' released in 1981. The song was pictured on Raj Babbar, as he sings it in a party. After that, it became so popular that no live concert of Jagjit Singh is completed without the request for this one. Here is the lyrics which was originally given by Indeevar (1924-1999). Enjoy and be mesmerized by the magic of the words.

निर्देशक: सुदेश इस्सार
निर्माता: पवन कुमार, लखन सिन्हा
संवाद: शशि भूषण
कलाकार: राज बब्बर, अनिता राज, रजनी शर्मा
संगीत: जगजीत सिंह
फिल्म रिलीज़: 25 सितंबर, 1981

जिंदगी, जिंदगी, मेरे घर आना आना जिंदगी -Doooriyan



Zindagi mere ghar aana, aana Zindagi


जिंदगी, जिंदगी, मेरे घर आना आना जिंदगी
जिंदगी, मेरे घर आना आना जिंदगी
जिंदगी, ओ जिंदगी ! मेरे घर आना आना
मेरे घर आना
जिंदगी, जिंदगी, मेरे घर आना आना जिंदगी

मेरे घर का सीधा सा इतना पता है
य़े घर जो है चारों तरफ़ से खुला है
ना दस्तक ज़रुरी, ना आवाज़ देना
मेरे घर का दरवाज़ा कोइ नहीं है
हैं दीवरें गुम और छत भी नही है
बडी धूप है दोस्त
कडी धूप है दोस्त
तेरे आंचल का साया चुराके जीना है जीना
जीना जिंदगी, जिंदगी
ओ जिंदगी मेरे घर आना
आना जिंदगी, जिंदगी मेरे घर आना

मेरे घर का सीधा सा इतना पता है
मेरे घर के आगे मोहब्बत लिखा है
ना दस्तक ज़रुरी, ना आवाज़ देना
मैं सासों की ऱफ़्तार से जान लुंगी
हवाओं की खुशबू से पेहचान लुंगी
तेरा फूल हूं दोस्त
तेरी भूल हूं दोस्त
तेरे हाथों मैं चेहरा छुपा के जीना है जीना
जीना जिंदगी, जिंदगी
ओ जिंदगी मेरे घर आना
आना जिंदगी, जिंदगी मेरे घर आना

मगर अब जो आना तो धीरेसे आना
मगर अब जो आना तो धीरेसे आना
यहा एक शहजादी सोयी हुयी है
ये परीयोंके सपनोंमे खोयी हुयी है
बडी खुब है ये, तेरा रुप है ये
तेरे आंगन मे, तेरे दामन मे
तेरी आंखों पे, तेरी पलकों पे
तेरे कदमो मे इसको बीठाके जीना है जीना
जीना जिंदगी, जिंदगी
ओ जिंदगी मेरे घर आना
आना जिंदगी, जिंदगी मेरे घर आना

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Film : Dooriyan (1979)
Music : Jaidev
Lyrics : Sudarshan Faakir
Singers : Bhupinder, Anuradha Paudwal.