आके सीधी लगी दिल पे जैसे कटारिया




आके सीधी लगी दिल पे जैसे कटारिया -
Aake Seedhi Lagi Dil Pe Katariya - (Kishore Kumar)

आके सीधी लगी दिल पे जैसे कटारिया..ओ सांवरिया-2
ओ तेरी तिरछी नजरिया..
ले गई मेरा दिल तेरी जुल्मी/तिरछी नजरिया..ओ गुजरिया-2
ओ जाने सारी नगरिया..

मेरी गली आते हो क्यों बार बार
छेड़ छेड़ जाते हो क्यों दिल के तार
ओ सैन्य-3 पडू तोरे पैयां
क्या मैं करूँ गोरी मुझे तुझसे है प्यार
जो न तुझे देखूं न आए करार
ओ गोरी-3 बड़ के पूतन चिर की तकर
हटो जाओ..न बनाओ-2
नटखट रंगीले सांवरिया..

पीछे पीछे आते हो क्यों दिल के चोर
मान जाओ वरना मचा दूंगी शोर
बचाओ ओ मुए,ओ मुर्गे,ओ कौवे
पहले तो बाँधी निगाहों की डोर
अब हमसे कहती हो चल पीछा छोड़
ओ गोरी, ओ नटखट, ओ खटपट, ओ पनघट, ओ झटपट
तोरे नैना, ओ मीठे बिना-2
मुझको बना गए बावरिया

Movie/Album : हॉफ टिकट (1962)
Music By : सलील चौधरी
Lyrics By : शैलेन्द्र
Performed By : किशोर कुमार Kishore Kumar

रफ्ता रफ्ता वो मेरे हस्ती का सामां हो गये




रफ्ता रफ्ता वो मेरे हस्ती का सामां हो गये -
RAFTA RAFTA WOH MERI HASTI -

रफ्ता रफ्ता वो मेरे हस्ती का सामां हो गये
पहले जां, फिर जानेजां, फिर जानेजाना हो गये

दिन-ब-दिन बढती गईं इस हुस्न की रानाइयां,
पहले गुल, फिर गुल-बदन, फिर गुल-बदामां हो गए

आप तो नज़दीक से नज़दीक-तर आते गए,
पहले दिल, फिर दिलरुबा, फिर दिल के मेहमां हो गए

प्यार जब हद से बढ़ा सारे तकल्लुफ मिट गए,
आप से, फिर तुम हुए, फिर तू का खुनवाँ हो गए

Performed by : Mehndi Hasan (मेहँदी हसन)
Movie : Zeenat

कल चौदहवीं की रात थी



कल चौदहवीं की रात थी - Kal Chaudhvin Ki (Jagjit Singh)


कल चौदहवीं की रात थी
शब भर रहा चर्चा तेरा
कल चौदहवीं की रात थी
कुछ ने कहा ये चाँद है
कुछ ने कहा, चेहरा तेरा
कल चौदहवीं की रात थी

हम भी वहीँ, मौजूद थे
हम से भी सब पुछा किए
हम हंस दिए, हम चुप रहे
मंज़ूर था परदा तेरा

इस शहर में किस्से मिलें
हम से तो छूटी महफिलें
हर शख्स तेरा नाम ले
हर शख्स दीवाना तेरा

कूचे को तेरे छोड़ कर
जोगी ही बन जायें मगर
जंगल तेरे, पर्वत तेरे
बस्ती तेरी, सेहरा तेरा

बेदर्द सुन्नी हो तो चल
कहता है क्या अच्छी ग़ज़ल
आशिक तेरा, रुसवा तेरा
शायर तेरा, इंशा तेरा

Movie/Album : खामोशी
Performed By : जगजीत सिंह

चुपके चुपके रात दिन आँसू बहाना याद है



चुपके चुपके रात दिन - Chupke Chupke Raat Din (Ghulam Ali)


चुपके चुपके रात दिन आँसू बहाना याद है
हम को अब तक आशिकी का वो ज़माना याद है

तुझ से मिलते ही वो कुछ बेबाक हो जाना मेरा
और तेरा दांतों में वो उंगली दबाना याद है

चोरी-चोरी हम से तुम आ कर मिले थे जिस जगह
मुद्दतें गुजरीं पर अब तक वो ठिकाना याद है

खैंच लेना वो मेरा परदे का कोना दफ्फातन
और दुपट्टे से तेरा वो मुंह छुपाना याद है

तुझ को जब तनहा कभी पाना तो अज राह-ऐ-लिहाज़
हाल-ऐ-दिल बातों ही बातों में जताना याद है

आ गया गर वस्ल की शब् भी कहीं ज़िक्र-ए-फिराक
वो तेरा रो-रो के भी मुझको रुलाना याद है

दोपहर की धुप में मेरे बुलाने के लिए
वो तेरा कोठे पे नंगे पांव आना याद है

गैर की नज़रों से बचकर सब की मर्ज़ी के ख़िलाफ़
वो तेरा चोरी छिपे रातों को आना याद है

बा हजारां इस्तिराब-ओ-सद-हजारां इश्तियाक
तुझसे वो पहले पहल दिल का लगाना याद है

बेरुखी के साथ सुनना दर्द-ऐ-दिल की दास्तां
वो कलाई में तेरा कंगन घुमाना याद है

वक्त-ए-रुखसत अलविदा का लफ्ज़ कहने के लिए
वो तेरे सूखे लबों का थर-थराना याद है

Movie/Album : निकाह
Music By : रवि शंकर
Lyrics By : हसन कमल
Performed by : गुलाम अली

हमने देखी है उन आँखों की महकती ख़ुशबू



Humne Dekhi Hai - Khamoshi [1969]

हमने देखी है उन आँखों की महकती ख़ुशबू
हाथ से छू के इसे रिश्तों का इल्ज़ाम न दो
सिर्फ़ एहसास है ये रूह से महसूस करो
प्यार को प्यार ही रहने दो कोई नाम न दो
हमने देखी है ....

प्यार कोई बोल नहीं, प्यार आवाज़ नहीं
एक ख़ामोशी है सुनती है कहा करती है
न ये बुझती है न रुकती है न ठहरी है कहीं
नूर की बूँद है सदियों से बहा करती है

सिर्फ़ एहसास है ये रूह से महसूस करो
प्यार को प्यार ही रहने दो कोई नाम न दो
हमने देखी है ...

मुस्कुराहट सी खिली रहती है आँखों में कहीं
और पलकों पे उजाले से झुके रहते हैं
होंठ कुछ कहते नहीं, काँपते होंठों पे मगर
कितने ख़ामोश से अफ़साने रुके रहते हैं

सिर्फ़ एहसास है ये रूह से महसूस करो
प्यार को प्यार ही रहने दो कोई नाम न दो
हमने देखी है उन आँखों की महकती ख़ुशबू
हाथ से छू के इसे रिश्तों का इल्ज़ाम न दो
हमने देखी है....


Movie/Album: खामोशी (1969)
Music By: हेमंत कुमार
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: लता मंगेशकर - Lata

अजीब दास्ताँ है ये, कहाँ शुरू कहाँ खतम



Ajeeb dastan hai yeh..

अजीब दास्ताँ है ये, कहाँ शुरू कहाँ खतम
ये मंजिलें हैं कौन सी, न तुम समझ सके न हम
(पूरा मुखड़ा दो बार)

ये रोशनी के साथ क्यों, धुआँ उठा चिराग से
(दो बार)

ये ख्वाब देखती हूँ मैं कि जग पड़ी हूँ ख्वाब से
अजीब दास्ताँ है...न हम!

मुबारकें तुम्हें कि तुम किसी के नूर हो गए-(2)
किसी के इतने पास हो कि सबसे दूर हो गए
अजीब दास्ताँ है...न हम!

किसी का प्यार लेके तुम नया जहाँ बसाओगे
(दो बार)

ये शाम जब भी आएगी, तुम हमको याद आओगे
अजीब दास्ताँ है...न हम।


सन्‌ 1960 में आई थी फिल्म 'दिल अपना और प्रीत पराई।' उसी फिल्म का गीत है यह। शंकर-जयकिशन के विराट आर्केस्ट्रा/ मधुर संगीत/ अजेय अकॉर्डियन/ संजीवनी से भरी हुई ढोलक/ सूक्ष्म व कठिन कोरस/ बीट प्रधान पाश्चात्य रंग और लता मंगेशकर की किशोरी आवाज के प्राकृत शहद के कारण 'दिल अपना और प्रीत पराई' के गानों ने समूचे देश को पगला दिया था।

दिखाई दिए यूँ कि बेखुद किया



Dikhaye diye yoon..

दिखाई दिए यूँ कि बेखुद किया \-२
हमें आप से भी जुदा कर चले
दिखाई दिए यूँ

जबीं सजदा करते ही करते गई \-२
हक़\-ए\-बंदगी यूँ अदा कर चले
दिखाई दिए यूँ

परस्तिश की याँ तक कि ऐ बुत तुझे \-२
नज़र में सभों की ख़ुदा कर चले
दिखाई दिए यूँ

बहुत आर्ज़ू ती गली की तेरी \-२
सो यास\-ए\-लहू में नहा कर चले

गाना / Title: दिखाई दिए यूँ कि बेखुद किया -  Dikhaye diye yoon..
चित्रपट / Film: Baazaar
संगीतकार / Music Director: Khaiyyam
गीतकार / Lyricist: Mir Taqi Mir
गायक / Singer(s): लता मंगेशकर

आते जाते खूबसूरत आवारा सड़कों पे



Aate Jaate Khubsurat Awara Sadkon Pe...

आते जाते खूबसूरत आवारा सड़कों पे
कभी कभी इत्तेफ़ाक़ से
कितने अंजान लोग मिल जाते हैं
उन में से कुछ लोग भूल जाते हैं
कुछ याद रह जाते हैं

आवाज़ की दुनिया के दोस्तों
कल रात इसी जगह पे मुझको
किस क़दर ये हसीं ख़याल मिला है
राह में इक रेशमी रुमाल मिला है
जो गिराया था किसी ने जान कर
जिस का हो ले वो जाये पहचान कर
वरना मैं रख लूँगा उस को अपना जान कर
किसी हुस्न-वाले की निशानी मान कर, निशानी मान कर
हँसते गाते लोगों की बातें ही बातें में
कभी कभी इक मज़ाक से कितने जवान किस्से बन जाते हैं
उन किस्सों में चन्द भूल जाते हैं
चन्द याद रह जाते हैं
उन में से कुछ लोग ...

तक़दीर मुझ पे महरबान है
जिस शोख की ये दास्तान है
उस ने भी शायद ये पैग़ाम सुना हो
मेरे गीतों में अपना नाम सुना हो
दूर बैठी ये राज़ वो जान ले
मेरी आवाज़ को पहचान ले
काश फिर कल रात जैसी बरसात हो
और मेरी उस की कहीं मुलाक़ात हो
लम्बी लम्बी रातों में नींद नहीं जब आती
कभी कभी इस फ़िराक़ से कितने हसीं ख़्वाब बन जाते हैं
उन में से कुछ ख़्वाब भूल जाते हैं
कुछ याद रह जाते हैं
उन में से कुछ लोग ...


फिल्म - अनुरोध (Anurodh)
गायक - किशोर कुमार - Kishore Kumar's
रचनाकार: आनंद बख़्शी

तुझसे नाराज नहीं जिंदगी हैरान हूं मैं



Tujhse Naraz Nahi Zindagi

तुझसे नाराज नहीं जिंदगी हैरान हूं मैं,
हैरान हूं मैं..
तेरे मासूम सवालों से परेशान हूं मैं,
परेशान हूं मैं..

जीने के लिये सोचा ही नहीं, दर्द संभालने होंगे..
मुस्कुराए तो, मुस्कुराने के कर्ज उतारने होंगे..
मुस्कुराए कभी तो लगता है, जैसे होंठों पे कर्ज रखा हो..

तुझसे नाराज नहीं जिंदगी हैरान हूं मैं,हैरान हूं मैं..
तेरे मासूम सवालों से परेशान हूं मैं,
परेशान हूं मैं..

जिंदगी तेरे गम ने हमें रिश्ते नये समझाये..
मिले जो हमें, धूप में मिले, छांव के ठंडे साये..
ला ला ला, ला ला ला ला……………

तुझसे नाराज नहीं जिंदगी हैरान हूं मैं,
हैरान हूं मैं..
तेरे मासूम सवालों से परेशान हूं मैं,
परेशान हूं मैं..

आज अगर भर आयी हैं, बूंदे बरस जाएगी..
कल क्या पता इन के लिये, आंखे तरस जाएगी..
जाने कब गुम हुआ, कहां खोया, एक आंसू बचा के रखा था..

तुझसे नाराज नहीं जिंदगी हैरान हूं मैं,
हैरान हूं मैं..
तेरे मासूम सवालों से परेशान हूं मैं,
परेशान हूं मैं..

इस गाने को लिखा है गुलजार ने, इसके दो वर्जन हैं, पहला अनूप घोषाल की आवाज में और दूसरा लता मंगेशकर की आवाज में।

बीते हुए लम्हों की कसक साथ तो होगी



BEETE HUE LAMHO KI KASAK

अभी अलविदा मत कहो दोस्तों
न जाने फिर कहाँ मुलाक़ात हो, क्योंकि

बीते हुए लम्हों की कसक साथ तो होगी
ख़्वाबों में ही हो चाहे मुलाक़ात तो होगी

ये प्यार ये डूबी हुई रँगीन फ़िज़ाएं
ये चहरे ये नज़ारे ये जवाँ रुत ये हवाएं
हम जाएं कहीं इनकी महक साथ तो होगी
बीते हुए लम्हों की ...

फूलों की तरह दिल में बसाए हुए रखना
यादों के चिराग़ों को जलाए हुए रखना
लम्बा है सफ़र इस में कहीं रात तो होगी
बीते हुए लम्हों की ...

ये साथ गुज़ारे हुए लम्हात की दौलत
जज़्बात की दौलत ये ख़यालात की दौलत
कुछ पास न हो पास ये सौगात तो होगी
बीते हुए लम्हों की ...

(-महेंद्र कपूर)...




गाना / Title: अभी अलविदा मत कहो ... बीते हुए लम्हों की कसक साथ तो होगी - abhii alavidaa mat kaho ... biite hue lamho.n kii kasak saath to hogii
चित्रपट / Film: Nikaah
संगीतकार / Music Director:  Ravi 
गीतकार / Lyricist:  Hasan Kamaal 
गायक / Singer(s):  Mahendra Kapoor 

वो शाम कुछ अजीब थी



वो शाम कुछ अजीब थी - Vo Shaam Kuchh Ajeeb Thii

वो शाम कुछ अजीब थी, ये शाम भी अजीब है
वो कल भी पास पास थी, वो आज भी करीब है

झुकी हुई निगाह में, कहीं मेरा ख़याल था
दबी दबी हँसीं में इक, हसीन सा सवाल था
मैं सोचता था, मेरा नाम गुनगुना रही है वो
न जाने क्यूँ लगा मुझे, के मुस्कुरा रही है वो
वो शाम कुछ अजीब थी ...

मेरा ख़याल हैं अभी, झुकी हुई निगाह में
खुली हुई हँसी भी है, दबी हुई सी चाह में
मैं जानता हूँ, मेरा नाम गुनगुना रही है वो
यही ख़याल है मुझे, के साथ आ रही है वो

वो शाम कुछ अजीब थी, ये शाम भी अजीब है
वो कल भी पास पास थी, वो आज भी करीब है


गाना / Title: वो शाम कुछ अजीब थी - vo shaam kuchh ajiib thii [1969]
चित्रपट / Film: Khamoshi
संगीतकार / Music Director: हेमंत-(Hemant)
गीतकार / Lyricist: गुलजार-(Gulzar)
गायक / Singer(s): किशोर कुमार-(Kishore Kumar)

रिमझिम गिरे सावन




रिमझिम गिरे सावन - Rimjhim Gire Saawan
(Kishore Kumar, Lata Mangeshkar)

रिमझिम गिरे सावन
सुलग सुलग जाए मॅन
भीगे आज इस मौसम में
लगी कैसी यह अगन

रिमझिम गिरे सावन
सुलग सुलग जाए मॅन
भीगे आज इस मौसम में
लगी कैसी यह अगन
रिमझिम गिरे सावन

जब घुंघरूण सी बजती हैं बूँदें
अरमान हमारे पलकें ना मूंदें
जब घुंघरूण सी बजती हैं बूँदें
अरमान हमारे पलकें ना मूंदें
कैसे देखें सपने नयन
सुलग सुलग जाए मॅन
भीगे आज इस मौसम में
लगी कैसी यह अगन
रिमझिम गिरे सावन

महफ़िल में कैसे केहदें किसीसे
दिल बाँध रहा है किस अजनबी से
महफ़िल में कैसे केहदें किसीसे
दिल बाँध रहा है किस अजनबी से
हाए करें अब क्या जतन
सुलग सुलग जाए मॅन
भीगे आज इस मौसम में
लगी कैसी यह अगन
रिमझिम गिरे सावन
सुलग सुलग जाए मॅन
भीगे आज इस मौसम में
लगी कैसी यह अगन
रिमझिम गिरे सावन


Movie/Album : मंजिल (1979)
Music By : आर.डी.बर्मन
Lyrics By : योगेश
Performed By : लता मंगेशकर, किशोर कुमार

तेरे बिना जिंदगी से कोई, शिकवा तो नहीं - Andhi



Tere Bina Zindagi Se Koi..

[Female:] तेरे बिना जिंदगी से कोई, शिकवा तो नहीं
शिकवा नहीं, शिकवा नहीं, शिकवा नहीं
तेरे बिना जिंदगी भी लेकिन जिंदगी तो नहीं
जिंदगी नहीं, जिंदगी नहीं, जिंदगी नहीं

[काश एसा हो, तेरे कदमों से, चुन के मंजिल चले
और कहीं, दूर कहीं] - २
तुम गर साथ हो, मंजिलों की कमी तो नहीं
तेरे बिना जिंदगी से कोई, शिकवा तो नहीं
शिकवा नहीं, शिकवा नहीं, शिकवा नहीं

[जी में आता है, तेरे दामन में, सर छुपा के हम
रोते रहे, रोते रहे] - २
तेरे भी आखों में, आसूओं की नमी तो नहीं
[Male:] तेरे बिना जिंदगी से कोई, शिकवा तो नहीं
शिकवा नहीं, शिकवा नहीं, शिकवा नहीं
तेरे बिना जिंदगी भी लेकिन जिंदगी तो नहीं
जिंदगी नहीं, जिंदगी नहीं, जिंदगी नहीं

[तुम जो कह दो तो, आज की रात चाँद डूबेगा नहीं
रात को रोक लो] - 2
रात की बात है और जिंदगी बाकी तो नहीं
तेरे बिना जिंदगी से कोई, शिकवा तो नहीं
शिकवा नहीं, शिकवा नहीं, शिकवा नहीं
तेरे बिना जिंदगी भी लेकिन जिंदगी तो नहीं
जिंदगी नहीं, जिंदगी नहीं, जिंदगी नहीं



Film - Aandhi (1975)
Lyrics - Gulzar
Singer(s) - Kishore Kumar, Lata Mangeshkar
Music Director : R.D. Burman

कौन है जो सपनों में आया



Kaun Hai Jo Sapno - Jhuk Gaya Aasman

कौन है जो सपनों में आया
कौन है जो दिल में समाया
लो झुक गया आसमां भी
इश्क़ मेरा रंग लाया
ओ प्रिया, ओ प्रिया...

ज़िन्दगी के हर इक मोड़ पे मैं
गीत गाता चला जा रहा हूँ
बेखुदी का ये आलम न पूछो
मन्ज़िलों से बढ़ा जा रहा हूँ, ...

सज गई आज सारी दिशाएं
खुल गईं आज जन्नत की राहें
हुस्न जबसे मेरा हो गया है
मुझपे पड़ती हैं सबकी निगाहें, ...

जिस्म को मौत आती है लेकिन
रूह को मौत आती नहीं है
इश्क़ रौशन है रौशन रहेगा
रौशनी इसकी जाती नहीं है, ...




गाना / Title: कौन है जो सपनों में आया, कौन है जो दिल में समाया - kaun hai jo sapano.n me.n aayaa, kaun hai jo dil me.n samaayaa
चित्रपट / Film: Jhuk Gaya Aasmaan
संगीतकार / Music Director:  शंकर - जयकिशन-(Shankar-Jaikishan) 
गीतकार / Lyricist:  हसरत-(Hasrat) 
गायक / Singer(s):  Mohammad Rafi 

मेरा कुछ सामान तुम्हारे पास पड़ा है



मेरा कुछ सामान तुम्हारे पास पड़ा है

मेरा कुछ सामान तुम्हारे पास पड़ा है \- २
ओ ओ ओ ! सावन के कुछ भीगे भीगे दिन रखे हैं
और मेरे एक खत में लिपटी रात पड़ी है
वो रात भुला दो, मेरा वो सामान लौटा दो \- २
मेरा कुछ सामान तुम्हारे पास पड़ा है \- २

पतझड़ है कुछ ... है ना ?
ओ ! पतझड़ में कुछ पत्तों के गिरने की आहट
कानों में एक बार पहन के लौट आई थी
पतझड़ की वो शाख अभी तक कांप रही है
वो शाख गिरा दो, मेरा वो सामान लौटा दो \- २

एक अकेली छतरी में जब आधे आधे भीग रहे थे \- २
आधे सूखे आधे गीले, सुखा तो मैं ले आयी थी
गीला मन शायद बिस्तर के पास पड़ा हो !
वो भिजवा दो, मेरा वो सामान लौटा दो

एक सौ सोला चांद कि रातें एक तुम्हारे कांधे का तिल \- २
गीली मेंहदी कि खुशबू, झुठ\-मूठ के शिकवे कुछ
झूठ\-मूठ के वादे सब याद करा दूँ
सब भिजवा दो, मेरा वो सामान लौटा दो \- २

एक इजाज़त दे दो बस, जब इसको दफ़नाऊँगी
मैं भी वहीं सो जाऊंगी
मैं भी वहीं सो जाऊंगी




गाना / Title: मेरा कुछ सामान तुम्हारे पास पड़ा है - meraa kuchh saamaan tumhaare paas pa.Daa hai
चित्रपट / Film: Ijaazat
संगीतकार / Music Director:  राहुलदेव बर्मन-(R D Burman) 
गीतकार / Lyricist:  गुलजार-(Gulzar) 
गायक / Singer(s):  आशा भोसले-(Asha) 

करोगे याद तो, हर बात याद आयेगी




Karoge Yaad To har baat yaad ..

करोगे याद तो, हर बात याद आयेगी \- २
गुज़रते वक़्त की, हर मौज ठहर जायेगी \- २
करोगे याद तो ...

ये चाँद बीते ज़मानों का आईना होगा \- २
भटकते अब्र में, चहरा कोई बना होगा
उदास राह कोई दास्तां सुनाएगी \- २
करोगे याद तो ...

बरसता\-भीगता मौसम धुआँ\-धुआँ होगा \- २
पिघलती शमों पे दिल का मेरे ग़ुमां होगा
हथेलियों की हिना, याद कुछ दिलायेगी \- २
करोगे याद तो ...

गली के मोड़ पे, सूना सा कोई दरवाज़ा \- २
तरसती आँखों से रस्ता किसी का देखेगा
निगाह दूर तलक जा के लौट आएगी \- २
करोगे याद तो ...

गाना / Title: करोगे याद तो, हर बात याद आयेगी - karoge yaad to, har baat yaad aayegii
चित्रपट / Film: Baazaar
संगीतकार / Music Director: Khaiyyam
गीतकार / Lyricist: Bashar Nawaz
गायक / Singer(s): Bhupinder

दिल तो है दिल दिल का ऐतबार क्या कीजे




Dil To Hai Dil Dil Ka Aitbar Kya Kijiye

दिल तो है दिल, दिल का ऐतबार, क्या कीजै \- (२)
आ गया जो, किसी पे प्यार, क्या कीजै \- (२)
दिल तो है दिल, दिल का ऐतबार, क्या कीजै

यादों में तेरी खोई, रातों को मैं ना सोई
हालत ये मेरे मन की, जाने ना जाने कोई
बरसों ही तरसी आँखें, जागी है प्यासी रातें
आई हैं आते आते होठों पे दिल की बातें
प्यार में तेरे, दिल का मेरा कुछ भी हो अंजाम
बेक़रारी, में है इक़रार, क्या कीजै
आ गया जो, किसी पे प्यार, क्या कीजै \- (२)


छाया है मन पे मेरे मदहोश रहना तेरा
मेरे ही तनको मिला तेरी बाहो का फ़ेरा
दूरी सही न जाये, चैन कहीं ना आये
चलना है अब तो तेरी पलको के छाये छाये
बस ना चले रे काम सवेरे लेके तेरा नाम

दिल धड़कता है बार बार क्या कीजै
आ गया जो, किसी पे प्यार, क्या कीजै \- (२)
दिल तो है दिल, दिल का ऐतबार, क्या कीजै

गाना / Title: दिल तो है दिल दिल का ऐतबार क्या कीजे - dil to hai dil dil kaa aitabaar kyaa kiije
चित्रपट / Film: Muqaddar Ka Sikandar
संगीतकार / Music Director: कल्याणजी - आनंदजी-(Kalyanji-Anandji)
गीतकार / Lyricist: Anjaan
गायक / Singer(s): लता मंगेशकर-(Lata Mangeshkar)