आदमी मुसाफिर है, आता है, जाता है
आदमी मुसाफिर है, आता है, जाता है
आते जाते रस्ते मे, यादे छोड़ जाता है
झोंका हवा का, पानी का रेला
मेले में रह जाये जो अकेला
फिर वो अकेला ही रह जाता है
कब छोड़ता है, ये रोग जी को
दिल भूल जाता हैं जब किसी को
वो भूलाकर भी याद आता है
क्या साथ लाये, क्या तोड़ आये
रस्ते में हम क्या क्या छोड़ आये
मंजिल पे जा के याद आता है
जब डोलती है, जीवन की नैया
कोई तो बन जाता है खिवय्या
कोई किनारे पे ही डूब जाता है
Song Name: आदमी मुसाफिर है - Aadmi Musafir Hai
Album Name: अपनापन
Singer Names: मोहम्मद रफी, लता (Mohd Rafi / Lata Mangeshkar)
Lyricist Name: आनंद बख्शी
Music Director: लक्ष्मीकांत प्यारेलाल - Laxmikant Pyarelal
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